हर साल हिंदू धर्म में पूर्णिमा और प्रतिपदा से श्राद्ध की शुरुआत हो जाती है। श्राद्ध पक्ष को बहुत ही पवित्र माना जाता है और इस समय हिंदू धर्म में लोग अपने पूर्वजों और पितरों को याद करते हैं। हिंदू धर्म में श्राद्ध पक्ष का विशेष महत्व होता है। इस दौरान हर घर में पितरों का श्राद्ध किया जाता है एवं पितरों का तर्पण किया जाता है। शास्त्रों में ऐसा बताया गया है कि श्राद्ध पक्ष के दौरान पितरों को अवश्य याद किया जाना चाहिए। ऐसा करने से पितर प्रशन्न होते हैं और प्रशन्न होकर आने वाली पीढ़ी पर अपना आशीर्वाद बनाए रखते हैं।
अगर श्राद्ध पक्ष में पितरों या पूर्वजों का तर्पण नहीं किया जाता है तो इससे पितर नाराज हो जाते हैं फिर आगे आने वाली पीढ़ी में कोई न कोई समस्या हो जाती है। या तो आगे आने वाले बच्चे विकलांग पैदा होते हैं या फिर बच्चे का मानसिक स्वास्थ्य सही नहीं रहता है। श्राद्ध पक्ष में श्राद्ध करने से पितृ दोष का भी असर कम होता है। इसी पितृ दोष की वजह से ही घर में लाखों परेशानियां लगी रहती हैं। यही कारण है कि इन सब समस्याओं से मुक्त होने के लिए एवं पितरों को प्रशन्न करने के लिए हर साल श्राद्ध पक्ष में लोग अपने पूर्वजों को याद करते हैं तथा उनका श्राद्ध करते हैं।
जैसा कि हमने बताया कि श्राद्ध पक्ष बहुत ही पवित्र माना गया है। हिंदू धर्म में तो इसका बहुत महत्व है। पितरों को भगवान की तरह माना जाता है। ऐसे में श्राद्ध पक्ष में हर एक चीज़ का खासतौर पर ख्याल रखा जाता है और कोशिश की जाती है कि श्राद्ध पक्ष के दौरान ज्यादा सावधानी बरती जाए और घर में मांस मदिरा का कोई भी सेवन न करे। घर में क्या बाहर भी लोग इन सब चीजों का परहेज करते हैं क्योंकि ऐसा माना जाता है कि अगर इन सब चीजों का सेवन किसी मनुष्य के द्वारा किया जाता है तो वो अपने पूर्वजों का अपमान करता है।
इसीलिए इन सब चीज़ों का विशेष ख्याल रखा जाता है। इसी के साथ खानपान का भी श्राद्ध के समय थोड़ा ज्यादा ध्यान रखा जाता है। ऐसे में हर किसी के मन में ये सवाल आता है कि श्राद्ध पक्ष के दौड़ने क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए। क्योंकि कई बार लोगों को पता नहीं होता है कि उन्हें श्राद्ध के दौरान किन चीजों से परहेज करना है जिसकी वजह से वो अनजाने में उस चीज़ का सेवन तो कर लेते हैं मगर बाद में फिर पछताना पड़ता है। इसीलिए आज हम इस लेख में ये बताने जा रहे हैं कि श्राद्ध पक्ष के दौरान व्यक्तियों को क्या खाना चाहिए और किन चीज़ों के सेवन से परहेज करना चाहिए।
● पितृ पक्ष के दौरान इन चीजों का न करें सेवन:-
पितृ पक्ष के दौरान कई ऐसी चीज़ें जिनके सेवन से हर किसी को बचना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति इन चीजों का सेवन कर लेता है तो इससे उसके पूर्वज नाराज हो जाते हैं और घर में सुख शांति नहीं रहती है।
- मसूर की दाल के सेवन से बचें- मसूर की दाल को पितृ पक्ष में नहीं खाना चाहिए। पितृ पक्ष में मसूर की दाल को खाना अशुभ माना जाता है और ऐसा इसका सेवन पितृ पक्ष में पूरी तरह से वर्जित है। इसी के साथ ही इस दौरान किसी भी चीज़ का कच्चा सेवन न करें। इसका मतलब ये हुआ कि हर एक चीज़ को पकाकर ही खाएं।
- चने के न करें सेवन:- श्राद्ध के पवित्र महीने में चने से बचने की कोशिश करें। जितना हो सके उतना चने से बने सामानों का सेवन न करें। चने का सत्तू, चने की मिठाई या चने की दाल का श्राद्ध के दौरान सेवन पूरी तरह से वर्जित है। इसीलिए पितृ पक्ष के दौरान चने का सेवन न करें, इसे अशुभ माना जाता है।
- लहसुन प्याज है एकदम मना:- ये तो हर कोई जानता है कि लहसुन प्याज का परहेज पूजा पाठ में वर्जित होता है। लहसुन प्याज को तामसिक माना गया है। पितृ पक्ष के दौरान खानपान एकदम सादा रखना चाहिए एवं लहसुन प्याज से पूरी तरह परहेज करना चाहिए। लहसुन प्याज के सेवन को पितृ पक्ष में एकदम मनाही है। जो लोग लहसुन प्याज के सेवन करते हैं वो भी श्राद्ध के समय में लहसुन प्याज को एकदम त्याग दें वरना उनके पूर्वज नाराज़ हो सकते हैं।
- जमीन के नीचे उगने वाली सब्जियों के सेवन से बचें:- जमीन के नीचे जो सब्जियां उगाई जाती हैं उन्हें कंद कहते हैं। इन सब्जियों इन आलू, सकरकंद, मूली, चुकंदर, गाजर इत्यादि आते हैं। ये सब्जियां पितृ पक्ष के दौरान नहीं खानी चाहिए। इसके साथ ही इन सब्जियों का न तो भोग लगाएं और न ही ब्राह्मणों को भोज कराते समय इन सब्जियों को भोजन में रखें। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। इससे आपके पूर्वज नाराज होते हैं।
● पितृ पक्ष के दौरान इन चीज़ों का करें सेवन:-
पितृ पक्ष के दौरान भोजन एकदम स्वच्छता से बनाया जाता है। ऐसे में कुछ चीज़ों का सेवन श्राद्ध में काफी फलदायक माना गया है जिसमें निम्न चीजें शामिल हैं-
- खीर का अवश्य करें सेवन:- भोजन में खीर सबसे महत्वपूर्ण होती है। श्राद्ध में विशेष तौर पर पूर्वजों के लिए खीर बनाई जाती है। खीर का सेवन श्राद्ध पक्ष के दौरान बहुत ही शुभ माना जाता है। इससे पितर प्रशन्न होते हैं और खुश होकर सदा आशीर्वाद बनाए रखते हैं।
- उड़द की दाल भी है शुभ:- पितृ पक्ष में उड़द की दाल का सेवन भी शुभ माना गया है। इसीलिए श्राद्ध के दौरान उड़द की दाल का भोजन अवश्य बनाएं और इसका भोग लगाएं। साथ ही ऐसी चीजें भी बनाएं जो पूर्वजों को पसंद हों। पूर्वजों की पसंद की चीजें बनाने से पूर्वज प्रशन्न होते हैं और घर में सुख शांति बनी रहती है।